Description
भारत में एक ही सीरीज और नंबर के औसतन चार करेंसी नोट चल रहे थे यानी १:३ था क्रमश: वास्तविक नोट एवं जाली नोट चलन में। अर्थव्यवस्था को उससे बचाने तथा मुद्रा के डिजिटलीकरण द्वारा लेन-देन को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए ८ नवंबर २०१६ को मोदी सरकार ने नोटबंदी की घोषणा कर दी। चूँकि बहुतेरी जनता बैंक खातों एवं ईवॉलेट से जुड़ चुकी थी, सरकार विमुद्रीकरण की आँच को अल्पावधि में भी नियंत्रण में रख सकी और मध्यावधि में देश को इसके लाभ मिलने लगे। दीर्घावधि में नोटबंदी के संपूर्ण लाभ मिलेंगे और भारत का आर्थिक विकास तीव्र होगा।
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