Paryavaran Darshan

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Description

पर्यावरण का अर्थ है – हमारे आसपास का समूचा प्राकृतिक परिवेश जैसे – वायु, भूमि, जल, वन, पेड़-पौधे, फल व जीव-जन्तु। जो भी हम अपने चारों ओर देखते हैं, यहाँ तक कि सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड के आकाशीय पिंड भी पर्यावरण का निर्माण करते हैं। समस्त प्राणीजगत् व वनस्पति जगत् का आधार पर्यावरण ही है।  आज विश्व की सबसे बड़ी समस्या है – पर्यावरण प्रदूषण। भारतीय संस्कृति व दर्शन में पर्यावरण के विभिन्न अवयवों – नदी, पर्वत, वृक्ष, वनस्पति व जीव-जन्तु को देवतुल्य मानकर उनकी पूजा-उपासना की गई है व उनके अनुशासित व संतुलित उपभोग पर विशेष बल दिया गया है। वृक्षारोपण द्वारा कैसे हम पर्यावरण को सुरक्षित रख सकते हैं व इससे जुड़ी प्रत्येक जानकारी इस पुस्तक में समाहित है।ोले जेवन प्राकृतिक पर्यावरण में होले लेकिन ई आदमी द्वारा बहुत ढेर नियन्त्रित आ परभावित होले।क” – सगरी बेजान भौतिक आ रासायनिक चीज, जइसे पहाड़, मैदान, माटी, हवा, पानी इत्यादि।

Additional information

Weight 100 g
Dimensions 21 × 14 × .5 cm
Author

Book Cover Type

Language

Hindi

Publisher

Suruchi Prakashan

ISBN

9789386199447

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